आज से शिक्षा सत्र 2021-22 प्रारम्भ शालाओं में शिक्षकों की उपस्थित अनिवार्य
From today the presence of teachers is mandatory in the schools starting the academic session 2021-22
राज्य में हर वर्ष 16 जून को नया शिक्षा सत्र प्रारम्भ हो जाता है। इस वर्ष भी हो रहा है। इस शिक्षा सत्र में सभी शिक्षकों की शाला में उपस्थिति अनिवार्य है परन्तु बच्चों को अभी स्कूल नहीं आना है। बच्चो के स्कूल आने में पूणतः प्रतिबन्ध रहेगी। परन्तु शिक्षकों एवं स्कूल स्टाप की उपस्थिति शतप्रतिशत अनिवार्य रहेगा। कोरोना की स्थिति जब तक सामान्य नहीं हो जाता तब तक बच्चों को स्कूल बुलाने का में शंसय है।
शिक्षकों लिए स्कूल में पर्याप्त काम -
शाला में शिक्षकों के लिए पर्याप्त काम है चुकी शिक्षा सत्र प्रारम्भ हो गया है जिसके कारण एडमिशन प्रारम्भ हो गया है शिक्षकों को शाला में उपस्थित रहकर एडमिशन कार्य , अंकसूची संधारण , जाति प्रमाण पत्र के लिए दस्तावेज इकट्ठा करना ,चुकी सभी बच्चो का जाति प्रमाण पत्र बनाना है इसके लिए दस्तावेज शिक्षक को अपने शाळा में जमा कर उच्च कार्यालय को उपलब्ध कराने जैसे महत्वपूर्ण कार्य को करना होगा।
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Online होगी बच्चों की पढाई -
पिछले वर्ष की भाति इस वर्ष भी पहले से ही ऑनलाइन पढाई के लिए राज्य परियोजना कार्यालय समग्र शिक्षा से आदेश जारी कर दिया शिक्षक बच्चों के कक्षावार व्हाट्सअप ग्रुप बनाकर पढ़ाएंगे। साथ ही शिक्षक को उसके स्तर के अनुसार जिला स्तरीय टेलीग्राम से जोड़ा जा रहा है।जिससे स्टडी मांट्रियल एवं अन्य महत्वपूर्ण जानकरी का आदान प्रदान किया जा सके।
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शिक्षा मंत्री का बयान -कोरोना की स्थिति सामान्य होने पर ही बच्चे आएंगे स्कूल
राज्य में 16 जून को शिक्षा सत्र प्रारम्भ हो रहा है परन्तु कोरोना महामारी के प्रकोप को देखते हुए स्कूल शिक्षा मंत्री पहले से ही अपना बयान दे चुके है अभी राज्य में कोरोना संक्रमण सामान्य नहीं हुआ है ,जिसके कारण स्कूल शिक्षकों केलिए खोला जा रहा है। ताकि शिक्षक विभागि कार्य को कर सकें। स्थिति सामान्य हो जाने पर ही केबिनेट की बैठक में निर्णय होगा।
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