Raipur- राज्य भर में महंगाई भत्ता के लिए तरस रहे अधिकारी कर्मचारी अब एक बार फिर आंदोलन के मूड में हैं जहां पर अधिकारी कर्मचारी फेडरेशन ग्रुप जिसमें 71 संगठनों का सहयोग प्राप्त है 25 तारीख से 29 तारीख तक आंदोलन करेंगे वही एक बार फिर शिक्षक संगठनों में एकता दिखाई दी और महंगाई भत्ता एचआरए के लिए अनिश्चितकालीन आंदोलन करने की घोषणा की है इसमें 36 टीचर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष संजय शर्मा साले शिक्षक संघ के वीरेंद्र दुबे एवं नवीन शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष विकास राजपूत द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर 25 जुलाई से सामूहिक नेतृत्व में अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा करते हुए प्रदेश के सभी संघ के प्रदेश अध्यक्ष को आरप आर पार के आंदोलन में सामने आकर अनिश्चितकालीन आंदोलन मैं शामिल होने की अपील की है।
वहीं राज्य में देखें तो महंगाई भत्ते के मुद्दे पर प्रदेश के कर्मचारियों का आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है ऐसे में शिक्षक संगठन भी इस मांग को लेकर अब आर पार की लड़ाई लड़ने जा रही है 25 जुलाई से अनिश्चितकालीन आंदोलन प्रारंभ करने जा रही है वही कर्मचारी संगठन फेडरेशन के द्वारा 25 से 29 जुलाई तक काम बंद कलम बंद का आह्वान किया गया है।
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पिछेले केबिनेट बैठक से काफी नाराज़- विगत 14 जुलाई को हुए कैबिनेट की बैठक में कर्मचारियों के महंगाई भत्ता पर निर्णय न ले कर विधायकों की वेतन वृद्धि में फैसला किया गया इससे कर्मचारियों में काफी नाराजगी हुए उन्होंने कहा कि सत्ता पक्ष और विपक्ष मिलकर अपना वेतन बढ़ा ले रहे हैं और कर्मचारियों के महंगाई भत्ता पर किसी प्रकार का कोई निर्णय नहीं लिया गया।
महागाई भत्ता 12 प्रतिशत है लंबित
छत्तीसगढ़ टीचर एसोसिएशन के प्रांत अध्यक्ष संजय शर्मा ने कहा कि जनवरी 2020 का 4% जुलाई 2020 का 3% में से मात्र 5% महंगाई भत्ता 1 मई 2022 को दिया गया है वर्तमान में जुलाई 2020 का 2 परसेंट और जनवरी 2021 का 4% तथा जुलाई 2021 के 3% जनवरी 2022 से 3% कुल मिलाकर 12% महंगाई भत्ता लंबित है और कर्मचारियों को अभी से छठे वेतनमान के अनुसार गृह भाड़ा दिया जा रहा है। जिससे कर्मचारियों को लगभग 4000 से 16000 की आर्थिक क्षति हो रही है। राज्य सरकार ने दिए के 2 से 3 सालों के एरियर को भी नहीं दिया है । राज्य में कर्मचारियों के प्रति भेदभाव पूर्वक तीन प्रकार से महंगाई भत्ता दिया जा रहा।
सातवे वेतनमान के आधार पर HRA की मांग को लेकर आंदोलन भी
राज्य में 4लाख कर्मचारी लंबित महंगाई भत्ता को लेकर आंदोलन करने जा रहे हैं इसके साथ ही साथ सातवें वेतनमान के आधार पर एच आर ए की मांग भी बढ़ी है वहीं राज्य सरकार को सातवें वेतनमान के आधार पर गिरी भाड़ा की गणना करने की मांग है 25 जुलाई 2022 को प्रारंभ होने वाले आंदोलन में शिक्षक संगठन द्वारा आर पार की लड़ाई लड़ने की आह्वान कर रहे हैं वही सास की कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन द्वारा 25 जुलाई से 29 जुलाई तक काम बंद कलम बंद का आह्वान कर रहे हैं। वहीं राज्य सरकार कमेटी बनाकर महंगाई भत्ता को देना ही भूल गई है ऐसे में शासकीय कर्मचारी नाराज होना लाजमी है राज्य सरकार द्वारा कैबिनेट बैठक में माननीय ने अपने वेतन भत्ते को 1 मिनट में बढ़ा लेते हैं।
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